बाजरा
Bajra एक पूर्ण आहार है जो भारतीय उपमहाद्वीप में प्रमुख अनाजों में से एक है। यह अनाज गर्मियों में उगाया जाता है और उत्तर भारत के स्थानीय व्यंजनों में बड़े प्याज के परांठे और बाजरे की रोटी के रूप में उपयोग किया जाता है।
बाजरे के फायदे में निम्नलिखित शामिल होते हैं:
- पौष्टिकता: Bajra में पोषक तत्व जैसे कि प्रोटीन, फाइबर, विटामिन, और खनिज होते हैं। यह शारीर के लिए उत्तम पौष्टिक भोजन होता है और रोज़ाना की जरूरतों को पूरा करता है।
- वजन नियंत्रण: बाजरे में मौजूद फाइबर आपको भोजन के बाद लंबे समय तक भूख का एहसास रखता है जिससे आप बार-बार खाने से बच सकते हैं और वजन को नियंत्रित रख सकते हैं।
- डायबिटीज के नियंत्रण: बाजरा के सेवन से रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है, जिससे मधुमेह के रोगी इसका लाभ उठा सकते हैं।
- हृदय स्वास्थ्य: बाजरे में मौजूद मैग्नीशियम, पोटैशियम, और विटामिन बी के कारण यह हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद करता है।
- अनेमिया से बचाव: बाजरा में मौजूद फोलेट रक्ताल्पता को दूर करता है और अनेमिया को रोकता है।
- पाचन तंत्र को सुधार: बाजरा में विटामिन बी1 और फाइबर होता है, जो पाचन तंत्र को सुधारकर अपच और कब्ज से राहत दिलाता है।
- एंटीऑक्सीडेंट्स: Bajra में अच्छी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो शरीर के रोगों के खिलाफ संरक्षा करते हैं।
- ऊर्जा का स्त्रोत: बाजरे के खाने से शरीर को ऊर्जा मिलती है और शारीरिक शक्ति बढ़ती है।
बाजरे के फायदे नियमित और संतुलित सेवन के साथ होते हैं। इसके लिए आप अन्य पोषक भोजन के साथ बाजरे को शामिल कर सकते हैं। विशेषकर उन लोगों के लिए जो ग्लूटेन से परहेज़ कर रहे हैं, बाजरे का सेवन एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
केंद्र सरकार ने हाल ही में राज्य सरकारों/केंद्रशासित प्रदेशों से प्रधानमंत्री पोषण योजना के तहत Bajra को शामिल करने की संभावना तलाशने का अनुरोध किया है।
नीति आयोग ने चावल और गेहूँ को मध्याह्न भोजन कार्यक्रम (पीएम पोषण योजना) से हटाकर बाजरे को शामिल करने की संभावनाएँ तलाशने को कहा है।